अम्बेडकर नगर। थाना जहगीरगंज क्षेत्र के ग्राम विश्वनाथपुर में सामूहिक बाग की भूमि को लेकर विवाद लगातार गहराता जा रहा है। ग्राम निवासी रोशनी मिश्रा पत्नी अजय मिश्रा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि विपक्षी विवेक पुत्र अरविंद एवं अन्य लोग न्यायालय में विचाराधीन भूमि पर जबरन निर्माण कार्य कर रहे हैं।

पीड़िता के अनुसार, उपजिलाधिकारी, तहसील आलापुर के न्यायालय में भूमि के बंटवारे का मामला लंबित है, जिसकी अगली सुनवाई 8 अगस्त 2025 को होनी है। इससे पहले 4 जुलाई को न्यायालय द्वारा नोटिस भी जारी किया गया था। बावजूद इसके, विपक्षी पक्ष द्वारा बिना वैध आदेश के कब्जे की कोशिश की जा रही है।
पीड़िता का आरोप है कि विपक्षियों को एक बाहरी उच्चाधिकारी का संरक्षण प्राप्त है, जिससे स्थानीय पुलिस प्रशासन भी निष्क्रिय बना हुआ है। रोशनी मिश्रा ने बताया कि उन्होंने 23 जुलाई को थाना जहगीरगंज में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। डायल 112 की मदद से पुलिस मौके पर आई, परंतु कब्जा नहीं रुकवाया गया।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि पीड़िता और उनकी पुत्री पर हाल ही में ईंट-पत्थर से हमला हुआ, जिससे वे मानसिक रूप से काफी भयभीत हैं। महिला थाने में शिकायत करने पर भी उन्हें टाल दिया गया। रोशनी मिश्रा ने आरोप लगाया कि उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं।
वहीं, विपक्षी पक्ष का कहना है कि वे उपजिलाधिकारी और थानाध्यक्ष के आदेश पर निर्माण कार्य करवा रहे हैं। यह बयान अपने आप में विरोधाभासी प्रतीत होता है, क्योंकि मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
यह पूरा प्रकरण न केवल स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता को उजागर करता है, बल्कि आमजन की न्यायिक सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा करता है। पीड़ित परिवार ने उच्चाधिकारियों से हस्तक्षेप कर कब्जा रुकवाने और सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।