
अम्बेडकर नगर। “एक पौधा, एक शिशु के समान है”— इसी भावना को साकार करते हुए महामाया राजकीय एलोपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय में वन महोत्सव सप्ताह (1 से 7 जुलाई) के अंतर्गत एक विशेष पहल की जा रही है। इस दौरान आब्स एंड गायनी विभाग में जन्म लेने वाले प्रत्येक नवजात शिशु के नाम एक पौधा रोपित किया जा रहा है,

साथ ही परिजनों को “ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट” भी प्रदान किया जा रहा है।इस प्रेरणादायक अभियान की शुरुआत 1 जुलाई को की गई, जब रामपुर कला, टांडा निवासी संजुलता को सामान्य प्रसव द्वारा पुत्री रत्न की प्राप्ति पर पहला पौधा और प्रमाण पत्र सौंपा गया।

यह सम्मान महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. मुकेश यादव और जच्चा-बच्चा विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. हिना सईदा द्वारा प्रदान किया गया। इस अवसर पर अस्थि रोग विभागाध्यक्ष डॉ. जावेद अहमद, अन्य चिकित्सकगण एवं स्टाफ के सदस्य भी उपस्थित रहे।बताते चलें कि समाचार लिखे जाने तक यानी 3 जुलाई तक कुल 14 नवजातों के नाम पर पौधे रोपे जा चुके हैं और सभी परिजनों को प्रमाण पत्र प्रदान किए जा चुके हैं।यह पहल पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ भावनात्मक जुड़ाव भी स्थापित कर रही है, जिसमें हर शिशु के साथ एक हरियाली की नई शुरुआत हो रही है।