जिम्मेदार अधिकारी गर्मियों में ले रहे एयर कंडीशन की चुस्की।
स्वच्छ भारत अभियान पर उठ रहे सवाल, जिम्मेदार बेखबर।
अम्बेडकर नगर। नगर पंचायत इल्तिफातगंज का वार्ड नंबर 07 विवेकानंद नगर ग्राम कटरिया इन दिनों सफाई व्यवस्था की बदहाली का जीता-जागता उदाहरण बन गया है। नालियों से लेकर कूड़ेदानों तक, हर ओर गंदगी का अंबार लगा है और प्रशासन मौन साधे बैठा है। स्थानीय नागरिकों के अनुसार, सफाई कर्मी केवल औपचारिकता निभाने के लिए सुबह आते हैं और गली में झाड़ू लगाकर चले जाते हैं। लेकिन कूड़ेदानों की नियमित सफाई नहीं की जाती। एनटीपीसी गेट नंबर 01 के पास स्थित कूड़ेदान में तो हफ्तों तक कचरा पड़ा रहता है, जिससे दुर्गंध और संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।वार्ड नंबर 07 की नालियों की स्थिति और भी चिंताजनक है। महीनों से सफाई न होने के कारण नालियां पूरी तरह जाम हैं, जिससे पानी रुक जाता है और मच्छरों का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें डेंगू, मलेरिया जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के मौसम में हालात और भी भयावह हो जाते हैं। जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण बारिश का पानी सड़कों पर जमा हो जाता है, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। वार्डवासियों का आरोप है कि नगर पंचायत का दर्जा केवल कागजों तक सीमित है, जमीनी हकीकत इसके विपरीत है। सवाल यह उठता है कि स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत तैनात सफाई कर्मियों की निगरानी कौन कर रहा है? और जिम्मेदार अधिकारी आखिरकार कब जागेंगे स्थानीय जनता का कहना है कि इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान निकाला जाए, ताकि स्वच्छ भारत मिशन का सपना वास्तव में साकार हो सके।