टांडा, अम्बेडकरनगर | दिनांक 06 अप्रैल 2025 टांडा तहसील के ग्राम भोलेपुर की निवासी सादिया खातून पुत्री सरफराज अहमद ने अपने साथ हुए दुर्व्यवहार और अन्याय को लेकर पुलिस अधीक्षक, अम्बेडकरनगर से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता का आरोप है कि ग्राम भोलेपुर थाना हंसवर के निवासी समर पुत्र अब्दुर्रहमान के साथ उसके 6 माह से प्रेम संबंध थे। समर ने निकाह का झांसा देकर पीड़िता से लगातार संबंध बनाता रहा। जब दिनांक 04 अप्रैल 2025 को सादिया को पता चला कि वह गर्भवती है, तो उसने समर से निकाह की बात की, परंतु उसने टालमटोल शुरू कर दी।

आरोप है कि उसी दिन समर और उसके पिता अब्दुर्रहमान ने षड्यंत्र रचकर पीड़िता को अपने घर बुलाया और लगभग 3:00 बजे के आसपास जबरन गाड़ी में बैठाकर काजीपुर नहर के पास राकेश नामक व्यक्ति के घर ले जाया गया। वहाँ एक अज्ञात महिला को बुलाकर सादिया का जबरन गर्भपात कराया गया। पीड़िता ने बताया कि जिस स्थान पर गर्भपात कराया गया, वहाँ “यादव जी ऑटो वर्कशॉप” लिखा हुआ देखा गया।
पीड़िता अपने साथ दवाओं की पर्ची लेकर भाग निकली, जिनमें गर्भपात की दवा, एसीडिटी और दर्द निवारक दवाएं लिखी पाई गई हैं। सादिया ने हंसवर थाने में उसी रात 9 बजे रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन वहां उसे उपेक्षा और अपमान का सामना करना पड़ा। आरोप है कि थाना पुलिस ने विरोधियों के कहने पर पीड़िता का वीडियो बनाकर उसे भगा दिया।
05 अप्रैल 2025 को सादिया ने अम्बेडकरनगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुँचकर अपनी आपबीती सुनाई और न्याय की मांग की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हंसवर पुलिस ने आरोपी समर और पीड़िता को थाने बुलाया है, परंतु अन्य अभियुक्त जैसे राकेश, अब्दुर्रहमान और गर्भपात में शामिल महिला अब तक फरार हैं। पुलिस द्वारा मेडिकल परीक्षण की तैयारी की जा रही है।
इस प्रकरण में पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता और थाना स्तर पर दिखाए गए व्यवहार की निंदा की जा रही है। क्षेत्रीय जनों और समाजसेवियों की मांग है कि:
एफआईआर दर्ज कर सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए। पीड़िता को सुरक्षा और मानसिक सहायता प्रदान की जाए। हंसवर थाने की भूमिका की निष्पक्ष जांच की जाए।
समाज एवं क्षेत्र में चर्चा हैं कि पीड़िता को शीघ्र न्याय मिले और दोषियों को सख्त सजा दी जाए।