अम्बेडकर नगर। जनपद के थाना जलालपुर क्षेत्र ग्राम सभा अरईपुर के अजई का पुरवा गांव में एक छप्पर नुमामकान बंजर भूमि की जमीन बता कर उपजिलाधिकारी तथा तहसीलदार जलालपुर के निर्देश पर पीड़ित राममिलन के छप्पर नुमामकान पर बीते दिनों प्रशासन के बुलडोजर से धराशाही कर दिया गया। पीड़ित परिवार के 12 लोग अपना जीवन यापन करते थे उस मकान में, पीड़ित परिजनों का कहना है कि छप्पर नुमामकान के अलावा दूसरा कोई मकान नहीं था। पिछले 85 वर्षों से रहते थे।
जहां योगी और मोदी की सरकार में हिन्दू सनातनी का प्रचम लहरा रहा है। और पूरे प्रदेश में वही हिंदुत्व की छप्पर नुमामकान पर कहर बरसाने में लगी है। वहीं वर्तमान सरकार के प्रशासन द्वारा किये गये इस रवैये से ग्रामीणों सहित आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों में काफी आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है। कि जहां पांच वर्षीय बच्ची अनन्या का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वायरल वीडियो में साफ दिखाई पड़ रहा है।
कि छप्पर नुमामकान में जा कर पढ़ाई के बस्ते व कापी और कलम को निकालने में लगी थी। और योगी की पुलिस मजबूर हो कर हटाने में लगी थी। जो दिल को भावुक करने वाला नजारा देखने के बाद भी प्रशासन द्वारा नरमी नहीं बरती गई। वही पीड़ित राममिलन के परिजनों का कहना है। कि पहले आबादी की भूमि थीं अब वह राजस्व विभाग में नवीन परती दिख रहा है। हालांकि देखने वाली बात यह है कि जलालपुर प्रशासन ने थोड़ा सा भी मौका नहीं दिया कि बच्ची अनन्या को अपना पढ़ाने वाली किताबें और जरूरत की सामान निकाल सकें।
पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए समाजसेवी संगठन तथा तमाम नेताओं का तांता लगा रहा। इस विदारक घटना से पूरी राजनैतिक दल थाना जलालपुर क्षेत्र ग्राम अजईपुर के पीड़ित परिवार को उनको उचित न्याय दिलाने की बात कह रहे है। जबकि ये खबर पुर प्रदेश में चर्चित हो रही हैं। अब देखना है कि योगी सरकार में बच्ची अनन्या को उसका वही घर मिलता है या नहीं। क्या बच्ची पढ़ाई करके अपने सपनों को पूरा कर पाएगी या नहीं।
इस घटना से साफ जाहिर होता है कि आला अधिकारियों के उद्देश्य भावना से प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाए गए हैं।
हालांकि यह घटना सत्य हृदय विदारक है। हमारा पोर्टल इस खबर के तत्वों को तथाकथित प्रमाणित नहीं करता है।