अम्बेडकर नगर। टांडा बहलोलपुर में किसानों की भूमि अधिग्रहण मामले में लगभग एक हजार किसान भाइयों ने आगाज किया हैं। जबकि पिछले दो वर्षों से चल रहे धरना प्रदर्शन एन एच 233 हाईवे किनारे जहां मुख्य महापंचायत 51वें दिन से महापंचायत में किसानों के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसानों के उचित मुआवजे को लेकर हुंकार भरी उन्होंने कहा कि अगर किसानों में आक्रोश है। तो यह आक्रोश बचा कर रखे और इसी गुस्से से किसान भाइयों को उचित मुआवजा मिलेगा,

यदि प्रशासन द्वारा किसानों के हित में मुवाबजे की मांगों को पुरा नहीं किया। तो सरकार द्वारा किसानों के अधिग्रहण की गई भूमि पर अपने पशुओं को बांधने का काम करें। इसी क्रम में किसानों के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया कि 2016 में कुछ गांव को मुआवजा दिया गया। जबकि बाकी किसानों को अनदेखा कर दिया गया। और किसानों के मकान भी तोड़ दिए गए जहाँ उनको भी उचित मुआवजा नहीं मिला। और राकेश टिकैत ने कहा कि किसान भाइयों की जमीनें एन एच हाईवे 233 में अधिगृहित हुई है। उन किसानों को, आवासीय दर से मुआवजा मिलना चाहिए।
जहाँ महापंचायत के 51 दिन में प्रशासन से वार्तालाप कर बताया कि 10, मार्च 2025, से मुआवजे की वार्ता मुख्य रूप से शुरू होगी। हालांकि की इस 51 दिन वार्ता में, टांडा उप जिलाधिकारी डॉक्टर शशी शेखर सिंह, पश्चिमी अपर पुलिस अधीक्षक श्याम देव ,टांडा क्षेत्राधिकारी शुभम कुमार एवं संबंधित अधिकारीयों के मौजूदगी में वार्ता की गई। वही किसानों के प्रवक्ता ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सूबे कि सरकार द्वारा किसानों के मुआवजे को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। तो जहां पर किसानों की भूमि अधिग्रहित हुई है। वही किसान अपनी भूमि पर कब्जा करने के लिए तैयार रहें। अंत में उन्होंने कहा कि किसानों का यही गुस्सा उनको मुआवजा दिलवाएगा और सरकार को झुकाने का काम करेगा।