अम्बेडकर नगर। मामला विकास खण्ड टांडा क्षेत्र ग्राम सभा हुँसेपुर में एक आरसी सेंटर पिछले 10 महीनों से निर्माणधीन कार्य चल रहा है। वही ग्राम प्रधान पर आरोपो का बौछार छाया हुआ है।, ग्रामीणों का आरोप है कि आरसी सेंटर के निर्माण में निम्न गुणवत्ता की सामग्री, जैसे पीली ईंटें, सफेद बालू और घटिया क्वालिटी की लाल मोरंग का उपयोग किया जा रहा है,

जिससे कूड़ाघर की मजबूती पर सवाल उठ रहे हैं। इसके अलावा, कूड़ाघर का निर्माण आबादी के बीचों-बीच किया गया है, जबकि इसे आबादी से दूर बंजर भूमि पर बनाया जाना चाहिए था, वही इस निर्माण कार्य से संभावित घातक बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।जबकि पिछले वर्ष ग्रामीणों ने तालाब के सौंदर्यीकरण में भी अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके अनुसार, ग्राम प्रधान बिना जियो-टैगिंग के हजारों ट्राली मिट्टी की निकासी के मामले में पहले भी विवादों में रह चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इसके अलावा, सरकारी खाते में पर्याप्त धनराशि होने के बावजूद गांव की सड़कों की हालत बदतर है, और पंचायत भवन के रास्ते का भी निर्माण कार्य नहीं किया गया है।ग्राम प्रधान पर बिना पैमाइश के सरकारी बंजर भूमि पर गौशाला का निर्माण कराने का भी आरोप है, जबकि सक्षम अधिकारियों के आदेश पर आबादी की जमीन पर निर्माण कराया जा सकता था। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि प्रधान के प्रभावशाली व्यक्तियों से संबंध होने के कारण अधिकारी उनके खिलाफ कार्रवाई करने से बचते दिख रहे हैं।