
अम्बेडकरनगर। नगर पालिका परिषद टांडा में 95 निर्माण कार्यों की निविदाओं को निरस्त करने के मामले ने अब स्पष्ट दिशा पकड़ ली है। जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने इन कार्यों को लेकर पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ई-टेंडरिंग के माध्यम से GeM पोर्टल पर पुनः निविदा आमंत्रित करने का निर्देश दिया हैं।
क्या है मामला?सूत्रों के अनुसार,
कोरोना काल से शुरू हुए नगर पालिका परिषद टांडा में वर्चस्व की खींचतान का असर आज भी देखा जा रहा है। पूर्व अध्यक्ष रेहाना अंसारी के कार्यकाल में विभिन्न कारणों से प्रशासनिक मतभेद और दबाव की स्थिति बनी रही। जानकारी के मुताबिक, इसी दबाव और विवादों के चलते वे मानसिक रूप से आहत हुईं, जिससे उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया और अंततः उनका असमय निधन हो गया। वर्तमान हालात वर्तमान समय में नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष शबाना नाज़ हैं, जिन्होंने किसी भी दबाव को दरकिनार करते हुए ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ कार्य करने का संकल्प लिया है। उन्होंने 95 निर्माण कार्यों में अनियमितता की शिकायतों के आधार पर सभी टेंडरों को निरस्त कर दिया था।
इस निर्णय को चुनौती दी गई, जिस पर जिलाधिकारी के निर्देश पर एडीएम व एक्सईएन पीडब्ल्यूडी की संयुक्त जांच समिति गठित की गई।
जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में अध्यक्ष शबाना नाज़ के निर्णय को उचित ठहराया। इसके बाद जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने सभी 95 निर्माण कार्यों के लिए ई-टेंडरिंग प्रक्रिया के माध्यम से निविदाएं आमंत्रित करने का आदेश जारी किया। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया कि सभी निर्माण कार्यों की सूची सार्वजनिक रूप से सुलभ होनी चाहिए।
पारदर्शिता व विकास प्राथमिकता
अध्यक्ष शबाना नाज़ ने कहा कि, “मैं अपने कार्यों के प्रति पूरी तरह निष्ठावान हूं। टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता बेहद आवश्यक है। कुछ लोग विरोधा भास फैलाकर विकास कार्यों में बाधा डालना चाहते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।”उनका कहना है कि नगर क्षेत्र में सड़कों, गलियों, नालियों, जल निकासी, प्रकाश व्यवस्था और पेयजल की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि भारी बारिश की स्थिति में नगरवासी किसी असुविधा का सामना न करें।