अम्बेडकर नगर।देश की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने एक नया इतिहास रच दिया है। बल की महिला उप निरीक्षक गीता समोटा ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (8,849 मीटर) को सफलतापूर्वक फतह कर न केवल CISF का मान बढ़ाया, बल्कि भारतीय महिला शक्ति का भी गौरवपूर्ण परिचय दिया। यह ऐतिहासिक उपलब्धि 19 मई 2025 की सुबह दर्ज हुई, जब गीता एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचीं।राजस्थान के सीकर जिले के छोटे से चक गांव से निकलकर एवरेस्ट तक का सफर तय करना केवल साहसिक नहीं, बल्कि एक प्रेरणादायक गाथा है।
गीता ने मानवीय सहनशक्ति, साहस और अडिग संकल्प की नई मिसाल पेश की है। यह केवल उनकी व्यक्तिगत जीत नहीं, बल्कि CISF में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।गीता समोटा ने 2011 में CISF की सेवा में कदम रखा था। प्रारंभिक सेवा काल में ही उन्हें पर्वतारोहण में गहरी रुचि हुई। 2017 में उन्होंने औपचारिक प्रशिक्षण लेकर इस दिशा में एक नई शुरुआत की। इस प्रशिक्षण को हासिल करने वाली वह पहली और अब तक की एकमात्र CISF अधिकारी हैं। यह अनुभव उन्हें एवरेस्ट अभियान के लिए तैयार करने में निर्णायक साबित हुआ।गीता की इस सफलता से प्रेरित होकर CISF ने वर्ष 2026 में एक पूर्ण पर्वतारोहण दल को माउंट एवरेस्ट भेजने की योजना बनाई है।
बल का मानना है कि यह पहल न केवल संगठन के भीतर रोमांच और शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देगी, बल्कि सुरक्षाबलों में कार्यरत कर्मियों के आत्मविश्वास व मनोबल को भी नई ऊंचाई प्रदान करेगी।CISF ने गीता समोटा को इस असाधारण साहसिक उपलब्धि के लिए सम्मानित करने की घोषणा की है। उनका यह साहसिक कारनामा पूरे देश की युवतियों को यह संदेश देता है कि यदि संकल्प अडिग हो, तो कोई भी शिखर दूर नहीं।