अम्बेडकर नगर। विकास खण्ड टांडा क्षेत्र अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकत्री पद पर नियुक्ति में जालसाजी का आरोप सामने आया है। ग्राम तेंदुआ खास, पोस्ट बलया जगदीशपुर निवासी अमिता रंजन पत्नी बृजेश कुमार ने जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 की धारा 6(1) के तहत बाल विकास परियोजना अधिकारी टांडा से शालिनी पत्नी पवन कुमार की नियुक्ति से संबंधित सूचनाएं मांगी हैं। बाल विकास विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, शालिनी का चयन बीपीएल श्रेणी में मेरिट के आधार पर प्रथम स्थान पर हुआ है। परंतु, अमिता रंजन एवं विनीता पत्नी महाभारत ने इस चयन प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाए हैं।

संपत्ति आय से अधिक, फिर भी बीपीएल प्रमाण पत्र?
दोनों महिलाओं का आरोप है कि शालिनी की संपत्ति और आर्थिक स्थिति बीपीएल मापदंडों से काफी ऊपर है, इसके बावजूद उन्हें बीपीएल प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। जबकि अमिता रंजन का कहना है कि लेखपाल की मिलीभगत से उनका आय प्रमाण पत्र ₹48,000 वार्षिक दर्शाया गया, जबकि शालिनी का आय प्रमाण पत्र मात्र ₹36,000 का बना दिया गया, जो सच्चाई से परे है।

RTI में उठे सवाल
उपरोक्त निवासी विनीता पत्नी महाभारत ने तहसीलदार टांडा को पत्र भेजकर शालिनी की आय-संपत्ति की विस्तृत जांच तथा आय प्रमाण पत्र जारी करने के आधार की जानकारी मांगी है।उन्होंने यह भी निवेदन किया है कि यदि संबंधित अधिकारी सूचना देने में असमर्थ हैं तो प्रथम अपीलीय अधिकारी का नाम व पता भी उपलब्ध कराया जाए।
क्या कहते हैं विभागीय अधिकारी?
फिलहाल बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा केवल यह बताया गया है कि नियुक्ति मेरिट के आधार पर की गई है, लेकिन संपत्ति और आर्थिक स्थिति को लेकर उठ रहे सवालों पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं आया है।