अम्बेडकर नगर। प्रदेश सरकार द्वारा ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए जाने के बावजूद अम्बेडकर नगर जिले में खनन माफियाओं की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही है। थाना, अलीगंज एवं इब्राहिमपुर क्षेत्र में, विशेषकर सीमा बोर्डर के निकट एनटीपीसी थर्मल पावर प्रोजेक्ट के रास्ते पर, बीते तीन दिनों से जेसीबी मशीनों से ज़बरदस्त अवैध मिट्टी खनन किया जा रहा है।स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह मिट्टी ट्रैक्टरों में ओवरलोड भरकर बड़े पैकेज में बेची जा रही है, जिससे न केवल सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं, बल्कि पर्यावरण पर भी गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। जबकि पूरे मामले में संबंधित खनन निरीक्षक अधिकारी जानकार भी पूरी गतिविधि से पूरी तरह से बेखबर या अनदेखा बने हुए हैं।हैरानी की बात यह है कि जब पत्रकारों ने इस मुद्दे को बार-बार मीडिया के माध्यम से उठाया गया, तब पर भी खनन विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि कुछ खनन माफिया रॉयल्टी की फर्जी रसीदें दिखाकर किसानों को चंद पैसों का लालच देते हैं और उनकी ज़मीन पर बगैर किसी कागजी कार्रवाई के अवैध खनन करते हैं। वहीं, खनन निरीक्षक शिकायतों के बावजूद मौके पर जाकर निरीक्षण तक नहीं करते।जी हां पूरा मामला एनटीपीसी विद्युत नगर और इल्तिफ़ातगंज जैसे क्षेत्रों में स्थानीय पुलिस की शह पर यह खनन कार्य और तेज़ी से संचालित हो रहा है। यह स्थिति प्रदेश सरकार के “बाबा बुलडोज़र” की छवि पर भी सवालिया निशान खड़ा करती है।बीते वर्षों में जिला प्रशासन द्वारा खनन माफियाओं पर सख्त कार्रवाई होती रही है, लेकिन वर्तमान हालात यह बताने के लिए काफी हैं कि अब प्रशासनिक पकड़ कमजोर हो चुकी है, या फिर जानबूझकर आंख मूंद ली गई है।स्थानीय ग्रामीणों का मानना है कि यदि यही हाल रहा, तो आने वाले समय में धरती की उर्वरता और पारिस्थितिक संतुलन पर गहरा संकट मंडरा सकता है।